गुसल करने (नहाने का) का सुन्नत तरीक़ा


*✦ गुसल करने (नहाने का) का सुन्नत तरीक़ा…*

*1.* *सबस पहले शर्मगाह धोना*

*2.* *फिर दोनो हाथ धोना*

*3.* *वुज़ू करना*

*4.* *बालो का मसा करना*

*5.* *3 चुल्लू पानी सर पर डालना*

*6.* *सारे बदन पर पानी बहाना*

✦ आएशा रदी अल्लाहू अन्हा से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम जब जनाबत का गुसल ( यानी बीवी से हमबिस्तरी के बाद या एहतलाम के बाद किया जाने वाला गुस्ल) फरमाते तो आप सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम अपने दोनो हाथ धोते
फिर इस तरह वुज़ू करते जैसा नमाज़ के लिए वुज़ू किया करते थे,
फिर पानी में उंगलियाँ दाखिल फरमाते थे
और उनसे बालों की जड़ो का खिलाल करते थे
फिर अपने हाथों से 3 चुल्लू पानी सिर पर डालते
फिर तमाम बदन पर पानी बहाते .
*सही बुखारी, जिल्द 1, 248*

✦ मैमुना रदी अल्लाहू अन्हा से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम ने जब गुसल-ए-जनाबत किया तो पहले अपनी शरमगाह को अपने हाथ से धोया
फिर हाथ को दीवार पर रगड़ कर धोया फिर नमाज़ की तरह वज़ु किया
और जब आप सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम अपने गुसल से फारिग हुए तो दोनो पाँव धोए

*सही बुखारी,*

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